लसिका एक तरल पदार्थ है जो शरीर के विभिन्न ऊतकों से होकर बहता है। यह रक्त से निकलता है और कोशिकाओं के बीच के स्थानों में इकट्ठा होता है, फिर लसीका वाहिकाओं के माध्यम से बहता है। लसिका वाहिकाएँ रक्त वाहिकाओं के समान होती हैं, लेकिन वे रक्त को ले जाने के बजाय लसिका को ले जाती हैं। लसिका अंततः रक्तप्रवाह में वापस आ जाती है।
लसिका कई महत्वपूर्ण कार्य करती है, जिनमें शामिल हैं:
- रोगाणुओं से लड़ना: लसिका में श्वेत रक्त कोशिकाएं होती हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद करती हैं।
- अपशिष्ट उत्पादों को हटाना: लसिका मृत कोशिकाओं और अन्य अपशिष्ट उत्पादों को शरीर से हटाने में मदद करती है।
- वसा को अवशोषित करना: लसिका वसा को अवशोषित करने और उसे रक्तप्रवाह में ले जाने में मदद करती है।
लसीका तंत्र क्या है:
लसीका तंत्र एक जटिल नेटवर्क है जो पूरे शरीर में फैला हुआ है। यह नसों और रक्त वाहिकाओं के समान है, लेकिन यह लसीका नामक तरल पदार्थ को ले जाता है। लसीका रक्त से निकलता है और ऊतकों में बहता है, जहां यह अपशिष्ट उत्पादों और विषाक्त पदार्थों को उठाता है। फिर लसीका लसीका वाहिकाओं के माध्यम से बहता है, जो इसे लसीका नोड्स में ले जाता है। लसीका नोड्स फिल्टर होते हैं जो लसीका से हानिकारक पदार्थों को हटा देते हैं। लसीका अंततः रक्तप्रवाह में वापस आ जाता है।
लसिका तंत्र के मुख्य भाग:
- लसिका वाहिकाएँ: ये पतली नलिकाएँ होती हैं जो लसिका को शरीर के विभिन्न भागों से ले जाती हैं।
- लसीका ग्रंथियाँ: ये छोटे, बीन के आकार के अंग होते हैं जो लसिका को फिल्टर करते हैं और रोगाणुओं को नष्ट करने में मदद करते हैं।
- प्लीहा: यह एक बड़ा अंग है जो लाल रक्त कोशिकाओं को नष्ट करता है और लसिका को फिल्टर करता है।
लसिका तंत्र के विकार:
- लिम्फोएडेमा: यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें लसिका द्रव ठीक से नहीं बह पाता है, जिससे सूजन आ जाती है।
- लसीकापर्व सूजन: यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें लसीका ग्रंथियाँ सूज जाती हैं।
- कैंसर: लसीका तंत्र में भी कैंसर हो सकता है।
लसिका तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए:
- नियमित व्यायाम करें: व्यायाम लसिका प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है।
- स्वस्थ भोजन खाएं: स्वस्थ भोजन लसीका तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
- संक्रमण से बचें: संक्रमण लसीका तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं।